सरकार ने इस हाथ दिया, उस हाथ ले लिया…

सरकारी स्कूलों में कुक कम हेल्परों का भुगतान काटा

कुक कम हेल्परों के दो सौ रुपए बढ़ा छुट‍ि्टयों का भुगतान काटा

झाड़ोल। प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत पोषाहार बनाने वाले कुक कम हेल्परों के मानदेय में दो सौ रुपए वृद्धि कर खुश किया (gave this hand), वहीं दूसरी ओर छुट्टियों का भुगतान काटना शुरू कर दिया। ऐसे में कुक कम हेल्परों को मासिक 500 रुपए भी नहीं मिल पा रहे हैं। कुक कम हेल्परों ने बताया कि पूर्व में उन्हें तय मानदेय के रूप में एक हजार रुपए मिलते थे, लेकिन इस वर्ष बजट में दो सौ रुपए बढ़ाकर प्रतिमाह 12 सौ रुपए कर दिए। कुछ महीनों पूर्व छुट्टियों में भी भुगतान होता था, जिसे बंद कर दिया गया। ऐसे में बढ़े हुए वेतन का लाभ पाना तो दूर मूल राशि में भी कटौती हो गई है।

हस्तान्तरित राशि

उदयपुर जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से मार्च में राशि हस्तान्तरित की गई, जिसमें अक्टूबर 2017 में करीब 3 लाख, नवम्बर 8 लाख, दिसम्बर में 5 लाख व जनवरी में 1.85 लाख रुपए राशि हस्तान्तरित की गई। जो उपखंड के 688 कुक कम हेल्परों के लिए आवंटित किए गए।

प्रतिदिन 40 रुपए

कुक कुम हेल्परों को प्रतिदिन 4-6 घंटे के लिए मात्र 40 रुपए दिए जाते हैं। हेल्परों की ओर से चूल्हों या गैस पर बच्चों के लिए पोषाहार पकाया जाता है। उसके बावजूद भी इतने कम मानदेय में छह घंटे काम किया जाता है।

भुगतान के दिए थे निर्देश

सरकारी विद्यालयों में 688 महिला कुक कर्मी कार्यरत है। जिन्हें पिछले चार माह में कार्य दिवसों के हिसाब से ही भुगतान किया जा रहा है। गत 5 मार्च को जिला शिक्षा अधिकारी उदयपुर की ओर से सभी ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर मानदेय भुगतान के लिए निर्देशित किया गया, जो निन्म है। अक्टूबर 12 दिन, नवम्बर 30 दिन, दिसम्बर 20 दिन, जनवरी 20 दिन का भुगतान करने के निर्देश है।

उपखण्ड क्षेत्र की स्कूलों पर एक नजर

विद्यालय संख्या
उच्च माध्यमिक 50
माध्यमिक 11
उ.प्रा.विद्यालय 64
प्राथ.विद्यालय 282
शिक्षाकर्मी विद्यालय 49

हमें तो सरकार की ओर से जो निर्देश दिए गए हैं, उनकी पालना करनी है। जो बजट आवंटित हुआ है, उसका कार्य दिवसों के हिसाब से वितरित किया जा रहा है। कम दिन ज्यादा सरकार के क्षेत्राधिकार का मामला है।

-पवन कुमार रावल, बीईईओ, झाड़ोल