चेहरे पर संस्कार का घूंघट, हाथों में जिद की कलम

shivira shiksha vibhag rajasthan December 2016 shiksha.rajasthan.gov.in district news DPC, RajRMSA, RajShiksha Order, rajshiksha.gov.in, shiksha.rajasthan.gov.in, अजमेर, अलवर, उदयपुर, करौली, कोटा, गंगानगर, चित्तौड़गढ़, चुरू, जयपुर, जालोर, जैसलमेर, जोधपुर, झालावाड़, झुंझुनू, टोंक, डीपीसी, डूंगरपुर, दौसा, धौलपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, प्राइमरी एज्‍युकेशन, प्राथमिक शिक्षा, बाड़मेर, बारां, बांसवाड़ा, बीकानेर, बीकानेर Karyalaye Nirdeshak Madhyamik Shiksha Rajisthan Bikaner, बूंदी, भरतपुर, भीलवाड़ा, माध्‍यमिक शिक्षा, मिडल एज्‍युकेशन, राजसमन्द, शिक्षकों की भूमिका, शिक्षा निदेशालय, शिक्षा में बदलाव, शिक्षा में सुधार, शिक्षा विभाग राजस्‍थान, सरकार की भूमिका, सवाई माधोपुर, सिरोही, सीकर, हनुमानगढ़

कोई ये न कहे कि बहू अनपढ़ है… इसलिए फसल काटना छोड़ परीक्षा देने पहुंची

डूंगरपुर। शहर से करीब 5 किमी दूर सुरपुर गांव की स्कूल में साक्षरता की परीक्षा दे रही गांव की ये बहुएं घूंघट में हैं। रविवार को गांव में गेहूं की फसल कटाई हो रही थी और ये काम छोड़कर परीक्षा देने के लिए आई, क्योंकि गांव का कोई भी व्यक्ति यह न कहे कि बहू अनपढ़ है। जीहां, आदिवासी क्षेत्र में बहुएं अपने बड़ों का सम्मान करती हैं और सम्मान को जताने का तरीका इस वागड़ क्षेत्र में घूंघट निकाल कर किया जाता है। ये महिलाएं भी अपने से बड़ों का सम्मान घूंघट से कर रही है, क्योंकि इन्हीं के पीछे बैठे 3 आदमी जो पारिवारिक रिश्ते में जेठ और ससुर हैं, लेकिन सम्मान के इस संस्कार  (sacrament) के साथ ही इन महिलाओं ने अपने हाथों में जिद की कलम थाम रखी है।

गांव में रविवार को सामूहिक कटाई थी, खेत छोड़कर परीक्षा देने आई

गेहूं की फसल को काटने के लिए गांव में ऐसी परंपरा बनी होती है कि एक साथ सभी परिवार के लोग किसी एक के खेत की फसल काटने में लग जाते हैं। कुछ घंटों में फसल कट जाती है। रविवार को भी ऐसा ही दिन था, लेकिन साक्षरता की परीक्षा थी। लिहाजा, इन महिलाओं ने जिद की, परीक्षा देने आई और परीक्षा देकर मुस्कुराती हुई फिर खेतों में चली।