सरकार के 3 साल में शिक्षा के क्षेत्र में क्या हुआ बदलाव

सरकार के 3 साल में शिक्षा के क्षेत्र में क्या हुआ बदलाव, मंत्री BD Kalla ने गिनाई उपलब्धियां


साल 2018 में प्रदेश में कांग्रेस (Congress) की सरकार सत्ता में आई और साल 2021 में कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे हो गए हैं. कांग्रेस सरकार की ओर से इन तीन सालों को पूरा तरह से सफल घोषित किया जा रहा है, जिसका जश्न भी सरकार मना रही है.

हालांकि पिछले डेढ़ साल के समय में कोरोना काल भी सरकार के कार्यों की गति को नहीं रोक पाई. सरकार के वादों की बात की जाए तो शिक्षा ऐसा क्षेत्र रहा जिस पर सरकार ने पूरी तरह से फोकस करती हुई नजर आई. स्कूली शिक्षा के ढांचे को बदलना और देश में राजस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के दूसरे पायदान पर काबिज होना ये दर्शाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में जो काम हुए वो अन्य किसी राज्य में नहीं हुए.

किसी भी प्रदेश का विकास वहां की शिक्षा और चिकित्सा पर किए गए कार्यों पर काफी निर्भर करती है और राजस्थान की कांग्रेस सरकार भी इसी मूल मंत्र को अपनाते हुए आगे बढ़ी. कांग्रेस सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े कार्य किए, जिनमें से प्रदेश में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की शुरूआत से लेकर कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा के पुख्ता कदम उठाना महत्वपूर्ण है.

कोरोना काल में भी शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षण की गति को रुकने नहीं दिया गया. कोरोना काल में शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे कई कार्यक्रम चलाए गए, जिससे सरकारी स्कूलों को विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई. सरकार की ओर से पढ़ाई की गति ना रुके, इसको लेकर विभिन्न कार्यक्रम चलाए गए.क्या कहना है शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला का
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने बताया कि “प्रदेश की सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके. इस विजन से कांग्रेस सरकार की ओर से काम किया गया. आने वाले समय में शिक्षा विभाग में तबादला नीति को लागू किया जाएगा. इसके साथ ही आने वाले 25 सालों का एक विजन तैयार किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा को एक नये मुकाम पर ले जाया जाए.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व में आज प्रदेश की शिक्षा पूरे देश में दूसरे नम्बर पर है और इसको पहले नम्बर पर लाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही आज प्रदेश की सरकारी स्कूलों में नामांकन करीब 94 लाख को पार कर चुका है. पिछले साल की तुलना में ये करीब 15 लाख से ज्यादा है. इसलिए सरकार पूरी तरह से शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों में सफल रही है और आने वाले समय में राजस्थान में शिक्षा के ढांचे को और मजबूत किया जाएगा.”